Share market में trading करना wealth बढ़ाने का एक शानदार तरीका है, लेकिन beginners के लिए यह बिल्कुल भी आसान नहीं है। यदि आप सही जानकारी और strategies के साथ शुरुआत करते हैं, तो आप trading में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
लेकिन अगर आप अधूरी जानकारी और बिना strategies के trading करने की सोच रहे हैं, तो आपको बहुत बड़ा loss उठाना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको share trading शुरू करने के आसान चरणों के बारे में बताएंगे।
1. अपनी Trading Style चुनें
Trading शुरू करने से पहले आप यह चुनाव करें कि आप किस प्रकार के trader बनना चाहते हैं। आपका trading style आपकी personality, risk tolerance, और समय की उपलब्धता के अनुसार होनी चाहिए।
ट्रेडिंग शैली | होल्डिंग अवधि | समय की आवश्यकता | जोखिम और अस्थिरता |
डे ट्रेडिंग | एक ही दिन (इंट्राडे) | उच्च | उच्च |
स्विंग ट्रेडिंग | कुछ दिन से कुछ हफ्ते | मध्यम | मध्यम |
पोजिशन ट्रेडिंग | कुछ महीने से लेकर कई साल | कम | कम से मध्यम |
- Day Trading: डे ट्रेडिंग में आपको decisions तेजी से लेना पड़ता है और इस ट्रेडिंग में आपको ट्रेडिंग hours में मार्केट को देखते रहना और analysis करना पड़ता है।
- Swing Trading: यह ट्रेडिंग एक बिगनर के लिए कम risk वाली ट्रेनिंग है, जिसमें कुछ दिनों या हफ्तों के लिए आपको shares को होल्ड करके रखना पड़ता है।
- Position Trading: यह उन लोगों के लिए है, जो लोग share market में अपने पैसे को long-term के लिए invest करके पैसा कमाना चाहते हैं।
2. Brokerage Platform चुनें
एक ऐसा brokerage platform चुनें जो आपकी ट्रेडिंग शैली और आवश्यकताओं के अनुसार हो।
- Day Trading के लिए: एक ऐसा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुने जो real-time data, fast execution और advanced charting tools जैसी सुविधाएं प्रदान कर सके।
- स्विंग ट्रेडर्स और लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए: एक ऐसा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म चुने जिसमें आपको सभी स्टॉक का research data उसी प्लेटफार्म पर उपलब्ध हो और साथ में platform का interface user-friendly हो।
आप demo trading account के जरिए वर्चुअल मनी के साथ trading भी कर सकते हैं। इसके लिए आप frontpage जैसे app का उपयोग कर सकते हैं जिसने आपको 10 lakh rupees trading करने के लिए मिल जाते हैंऔर आप लाइव मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं।
3. अपना Trading Account खोलें
Trading Account खोलने के लिए आप बहुत से प्लेटफार्म का उपयोग कर सकते हैं जैसे Dhan, Angel One, Zerodha, fyres इत्यादि।
लेकिन अगर आप एक beginner है तो आप mstock जैसे प्लेटफार्म पर अपना trading account open करवा सकते हैं क्योंकि यहां पर आपको ब्रोकरेज चार्ज नहीं लगता हैं केवल आपको account opening feesही देनी पड़ती है, जो की 1200 के करीब है।
खाता खोलने के लिए आपको निम्नलिखित चरण पूरे करने होंगे:
- व्यक्तिगत जानकारी दें: नाम, पता, पैन कार्ड नंबर आदि।
- KYC Process complete करें : details submit करने के बादअब आपको KYC Process complete करना होगा।
- फंड जमा करें: आप अपने डिमैट अकाउंट में किसी भी तरह से fund add कर सकते हैं जैसे google pay या अपने bank account के जरिए।
4. Research Stocks
Demat account open होते ही कभी भी बिना सोचे समझे किसी भी stock को ना खरीदे Stocks खरीदने से पहले उनका research करें:
- Fundamental Analysis: किसी कंपनी की financial health, profitability और उद्योग की स्थिति Evaluate करें ।
- Technical Analysis: Stock के price charts और patterns को को अच्छे से पहचान की कोशिश करें और यह पता लगाने की कोशिश करें कि स्टॉक किस तरफ move कर सकता है up side या down side।
- News: कंपनी से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ें, ताकि आपको कंपनी के बारे में पता चल सके कि वह इस वर्ष में कितना मुनाफा कमा रही है। जिससे स्टॉक के move पर काफी प्रभाव पड़ता है। अगर कंपनी मुनाफा अच्छा कर रही है तो हमेशा स्टॉक का प्राइस अप जाता है।
5. अपना ऑर्डर प्लेस करें
ऑर्डर देने से पहले विभिन्न प्रकार के ऑर्डर को समझना आवश्यक है:
- Market Order: वर्तमान कीमत पर stock को खरीदने या बेचने के लिए आप मार्केट आर्डर का उपयोग कर सकते हैं।
- Limit Order: लिमिट order के द्वारा आप किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने के लिए लिमिट सेट कर सकते हैं जब वह स्टॉक उसे प्राइस पर आ जाता है तो आर्डर automatically market price पर trigger हो जाता है।
- Trigger Order: Trigger Order लगाने के लिए आपको वह प्राइस सेट करना होता है जिस प्राइस के अंदरआप स्टॉक को buy करना चाहते हैं मान लीजिए किसी स्टॉक का प्राइस 33rs पर चल रहा है लेकिन आप उसे स्टॉक को 35 से 36 rs के बीच में खेलना चाहते हैं तो आप ट्रिगर आर्डर लगा सकते हैं।
Note:- हर किसी ब्रोकर में इन ऑर्डर्स के नाम अलग-अलग हो सकते हैं इनका आप अवश्य ध्यान रखें। इसके अलावा और भी बहुत से आर्डर है लेकिन हमने आपको महत्वपूर्ण ऑर्डर के बारे में बताया है जो एक beginner के लिए जानना आवश्यक है।
6. Manage Risk
ट्रेडिंग में बहुत अधिक रिस्क होता है इसलिए आपको मार्केट में लंबे समय तक सफल बने रहने के लिए Risk management बहुत अधिक महत्वपूर्ण है:
- Diversify: अलग-अलग सेक्टर में निवेश करें।
- Position Sizing: एक ही ट्रेड में बड़ी राशि लगाने से बचें।
- Stop-Loss Orders: नुकसान को सीमित करने के लिए आवश्यक है।
- Emotional Discipline: अपनी रणनीति पर डटे रहें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Trading और investing में क्या अंतर है?
ट्रेडिंग short term में लाभ के लिए stock को बार-बार खरीदने और बेचने पर केंद्रित है।
Investing में आप स्टॉक को buy करने के बाद लंबे समय तक रखते हैं और लाभ प्राप्त करते हैं।
Fundamental analysis और Technical analysis में क्या अंतर है?
फंडामेंटल एनालिसिस लंबी अवधि के निवेश के लिए महत्वपूर्ण है।
टेक्निकल एनालिसिस short term ट्रेडिंग के लिए उपयोगी है।
Good risk-reward ratio क्या है?
आमतौर पर 1:2 का अनुपात अच्छा माना जाता है, यानी आप 1 रुपये का जोखिम उठाकर 2 रुपये का लाभ प्राप्त करें।